प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना: एक संपूर्ण मार्गदर्शिका

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) का उद्देश्य भारत के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस योजना के तहत, देश के विभिन्न हिस्सों में काम करने वाले 18 प्रकार के कारीगर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक कौशल को प्रोत्साहित करना और उन्हें आधुनिक तकनीक से जोड़ना है।

पात्रता और आवश्यक दस्तावेज़

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  1. आधार कार्ड: पहचान के लिए आवश्यक।
  2. बैंक खाता: योजना का लाभ सीधे बैंक खाते में जमा किया जाएगा।
  3. राशन कार्ड (वैकल्पिक): यदि उपलब्ध हो।

कौन आवेदन नहीं कर सकता?

  • आयकर दाता
  • बड़े व्यवसायी
  • सरकारी नौकरी वाले व्यक्ति
  • एक परिवार से केवल एक व्यक्ति को ही लाभ मिलेगा।

योजना का लाभ

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत निम्नलिखित लाभ प्रदान किए जाते हैं:

  1. पहचान पत्र: योजना के अंतर्गत पंजीकृत कारीगरों को पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा।
  2. दैनिक भत्ता: प्रशिक्षण अवधि के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन दिया जाएगा।
  3. लोन: योजना के तहत 15,000 रुपये का अनुदान और 1 लाख रुपये का लोन प्रदान किया जाएगा। यह लोन कम ब्याज दर पर दिया जाएगा।
  4. टूल किट: विभिन्न ट्रेड्स के कारीगरों को टूल किट प्रदान की जाएगी, जैसे कि दर्जी को सिलाई मशीन, लोहार को उपकरण, और नाई को कुर्सी इत्यादि।

आवेदन प्रक्रिया

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है, लेकिन इसे केवल CSC (Common Service Center) के माध्यम से ही भरा जा सकता है। इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:

  1. CSC सेंटर पर जाएं: अपने नजदीकी CSC सेंटर पर जाएं और वहां से आवेदन फॉर्म भरें।
  2. दस्तावेज़ प्रस्तुत करें: आवश्यक दस्तावेज़, जैसे आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण आदि, जमा करें।
  3. ऑनलाइन अनुमोदन: फॉर्म भरने के बाद इसे ऑनलाइन ग्राम प्रधान या मुखिया द्वारा अनुमोदित किया जाएगा।
  4. जिला स्तर पर सत्यापन: इसके बाद जिला स्तर पर आवेदन का सत्यापन किया जाएगा और आपको कॉल के माध्यम से सूचित किया जाएगा।

प्रशिक्षण और सर्टिफिकेट

इस योजना के तहत कारीगरों को 15 दिन का स्किल ट्रेनिंग और 5 दिन का बेसिक ट्रेनिंग प्रदान किया जाएगा। कुल मिलाकर 20 दिन की ट्रेनिंग के बाद कारीगरों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। इस ट्रेनिंग के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से भत्ता भी दिया जाएगा।

लोन और सब्सिडी

प्रशिक्षण पूरा होने के बाद कारीगरों को 15,000 रुपये की सब्सिडी और 1 लाख रुपये का लोन प्रदान किया जाएगा। लोन के पुनर्भुगतान के लिए 18 महीने का समय दिया जाएगा। इसके अलावा, यदि कारीगर अधिक लोन लेना चाहते हैं, तो उन्हें 24 महीने के लिए 2 लाख रुपये का लोन भी मिल सकता है।

योजना के विशेष लाभ

इस योजना के अंतर्गत कारीगरों को निम्नलिखित विशेष लाभ भी मिलते हैं:

  1. फ्री टूल किट: विभिन्न ट्रेड्स के लिए टूल किट पूरी तरह से मुफ्त प्रदान की जाती है।
  2. कम ब्याज दर पर लोन: लोन बहुत ही कम ब्याज दर पर प्रदान किया जाता है, जिससे कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
  3. प्रशिक्षण: इस योजना के तहत दिए जाने वाले प्रशिक्षण से कारीगरों को अपने कौशल को और निखारने का मौका मिलता है।

योजना का महत्व

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य देश के पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाना है। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि पारंपरिक कला और शिल्प को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इस योजना के माध्यम से कारीगर अपने व्यवसाय को और बढ़ा सकते हैं और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक महत्वाकांक्षी पहल है जो कारीगरों और शिल्पकारों को आवश्यक आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करती है। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि पारंपरिक कला और शिल्प को भी नया जीवन मिलेगा। इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपने नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर आवेदन करें और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।

लेखक: रिंकिश कुमार

52 thoughts on “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना: एक संपूर्ण मार्गदर्शिका”

  1. मेरा नाम manoj विश्वकर्मा में वेल्डिंग वर्कशॉप का कार्य करता हूं मेरे लिए बिल्डिंग की दुकान खोलना है इसलिए मुझे पैसे की बहुत आवश्यकता है

    Reply
  2. मेरा नाम manoj विश्वकर्मा में वेल्डिंग वर्कशॉप का कार्य करता हूं मेरे लिए बिल्डिंग की दुकान खोलना है इसलिए मुझे पैसे की बहुत आवश्यकता है

    Reply

Leave a Comment